जीवन में कड़ी मेहनत के बावजूद अगर करीब पहुंच कर भी लक्ष्य या सफलता हाथ से फिसल जाए, तो अक्सर इसे नसीब की कमजोरी के रूप में भी आंका जाता है | इसी तरह सफलता की कवायद में शरीर में रोग, कमजोरी या शत्रुओं का हावी होना भी भाग्य बाधा के तौर पर देखा जाता है और बचने के लिए तरह-तरह के उपाय भी किए जाते हैं | इसी कड़ी में धार्मिक उपायों के तहत फेंगसुई में रोग व शत्रु बाधा को दूर करने वाली बातें बताई गई है | खासतौर पर शुक्रवार को कुछ खास उपाय इन समस्याओं को दूर करने में बहुत असरदार माने गए हैं |
तीन टांगों वाला मेंढक आपका दुर्भाग्य दूर करेगा
फेंगशुई में तीन टांगों वाला मेंढक बहुत भाग्यशाली माना जाता है | मुंह में सिक्के लिए हुए तीन टांगों वाले मेंढक की उपस्थिति बहुत महत्वपूर्ण होती है | इसे अपने घर के भीतर मुख्य दरवाजे के आसपास रखना चाहिए | मेंढक को किचन या शौचालय के भीतर ना रखें, ऐसा करना दुर्भाग्य को आमंत्रित करता है |
लाफिंग बुद्धा
फेंगशुई के नियम के अनुसार लाफिंग बुद्धा को अपने घर में दक्षिण पूर्व दिशा में रखें | तो इस दिशा की सकारात्मक उर्जा बढ़ जाती है जो धन औ सुख को आकर्षित करती है | घर में रहने वालों की आमदनी बढ़ती है, नौकरी व्यवसाय आपके विरोधियों से आप परेशान हैं तो इसमें भी यह राहत दिलाता है | वहीं लाफिंग बुद्धा को अपने घर मुख्य द्वार के सामने नहीं रखना चाहिए | लाफिंग बुद्धा को समृद्धि का देवता माना जाता है और इनका हंसता हुआ चेहरा समृद्धि का प्रतीक माना जाता है |
गोल्डन फिश
अगर आप अपने घर में मछलियां रखते है तो इससे आपके सौभाग्य में वृद्धि होगी, फेंगसुई के अनुसार घर में मछली रखने से मान-सम्मान में बढ़ोतरी होती है और इसलिए घर में गोल्डन फिश अवश्य रखें |
कछुआ जीवन में लाता है खुशहाली
वास्तु और फेंगशुई शास्त्र के अनुसार कछुआ उत्तर दिशा का संरक्षक है | कछुआ उम्र को बढ़ाने वाला और जीवन में प्रगति दिलाने वाला होता है | घर की उत्तर दिशा में धातु की प्लेट में पानी भरकर एक कछुआ रखें | कछुए का मुंह उत्तर दिशा में होना चाहिए |
घर में रखे 3 सिक्के
फेंगशुई में ऐसी मान्यता है कि किसी क्षेत्र में हम जैसी वस्तुओं को रखते हैं, उसकी ऊर्जा स्वयं को उन वस्तुओं की प्रकृति के अनुरूप ढाल लेती है | तीन चीनी सिक्कों को आर्थिक संपन्नता का प्रतीक माना जाता है | इन सिक्कों के बीच में एक चौकोर छिद्र होता है जिसके एक ओर चार व दूसरी ओर दो लिपि प्रतीक बने होते हैं | एक लाल रिबन में ये एकसाथ इस प्रकार बंधे होते हैं कि समान प्रतीकों वाला इनका सिरा एक ओर ही रहता है और इनमें मां लक्ष्मी का वास रहता है |